आज हम जानेंगे की शेयर बाज़ार में कितने प्रकार से हम ट्रेडिंग कर सकते हैं।
जब एक बार आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने का निर्णय ले लेते हैं, तो उसके बाद सबसे बड़ा सवाल यह होता हैं की आप को कोनसी प्रकार की ट्रेडिंग करनी चाहिए।
शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के बोहोत सारे प्रकार हैं। आज हम इन्ही तरीकों को समझने का प्रयास करेंगे।
ट्रेडिंग करने का कोनसा भी तरीका बहुत अच्छा या बहुत बुरा नहीं होता हैं। बल्कि आप की से उम्मीदे, बाजार की जानकारी और जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार ट्रेडिंग स्टाइल आप के लिए सही या गलत हो सकता हैं।
एक अच्छा ट्रेडिंग स्टाइल चुनने के लिए आप को आपकी भावनाये, टेक्निकल एनालिसिस की जानकारी और ट्रेडिंग के मनोविज्ञान को समझना पड़ता हैं।
तो चलिए हम कुछ ट्रेडिंग के प्रकारों को जान लेते हैं, जो की शेयर बाजार में काफी प्रचलित हैं।
शेयर बाजार में ट्रेडिंग के कितने प्रकार हैं ?
निचे दिए गए ट्रेडिंग के प्रकारों में ट्रेडिंग करने के लिए आप को टेक्निकल एनालिसिस और ट्रेडिंग की अन्य बुनियादों बातो का ज्ञान होना जरुरी हैं।
ट्रेडिंग प्रकार | समय | ट्रेडिंग की कठिनाई | ट्रेडर का अनुभव | अर्थ |
---|---|---|---|---|
इंट्राडे ट्रेडिंग | १ दिन के अंदर | कठिन | अनुभवी, मध्यवर्ती | १ दिन के अंदर की जाने वाली ट्रेडिंग। |
स्विंग ट्रेडिंग | १ दिन से १ महीना | मध्य कठिन | मध्यवर्ती, शुरू करनेवाला | १ दिन से १ महीना की जाने वाली ट्रेडिंग |
पोसिशनल ट्रेडिंग | १ महीने से १ साल | आसान | शुरू करनेवाला | १ महीने से १ साल के अंदर की जानेवाली ट्रेडिंग। |
इन्वेस्टिंग | १ साल से ज्यादा | आसान | शुरू करनेवाला | १ साल से ज्यादा निवेश को इन्वेस्टिंग कहते हैं। |
मूवमेंटम ट्रेडिंग | मूवमेंटम ख़तम होने तक | आसान | मध्यवर्ती, शुरू करनेवाला | मूवमेंटम ख़तम होने तक की जाने वाली ट्रेडिंग |
BTST और STBT ट्रेडिंग | १ घंटे के अंदर | कठिन | अनुभवी | इस दिन के आखरी कैंडल से लेकर दूसरे दिन के पहली कैंडल तक की जाने वाली ट्रेडिंग। |
अल्गो ट्रेडिंग | सिस्टम द्वारा ट्रेडिंग | तकनिकी ज्ञान जरुरी | तकनिकी ज्ञान जरुरी | सॉफ्टवेयर से की जानेवाली ट्रेडिंग। |
आर्बिट्राज ट्रेडिंग | समय तय नहीं | कठिन | अनुभवी | दो एक्सचेंज के शेयर प्राइस के अंतर के बिच की जाने वाली ट्रेडिंग। |
स्केल्पिंग | कुछ सेकंड्स से लेकर मिनट | बोहोत कठिन | अनुभवी | कुछ सेकंड्स से लेकर मिनट तक ट्रेडिंग। |
न्यूज़ और इवेंट ट्रेडिंग | न्यूज़ और इवेंट के दौरान | मध्य कठिन | अनुभवी | न्यूज़ और इवेंट के आधार पर की जानेवाली ट्रेडिंग। |
इस लेख में मेने आप को ट्रेडिंग के १० प्रकार बताये हैं जो आप निचे पढ़ सकते हैं।
Intraday Trading
इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग भी कहा जाता हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग के अंदर शेयर्स को खरीदकर कुछ घंटो या मार्किट बंद होने से पहले बेच दिया जाता हैं।
इस में दिन के दौरान आने वाले मूवमेंट का फायदा उठाया जाता हैं।
Swing Trading
जब शेयर को कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक रखकर सेल्ल कर दिया जाता हैं तो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहते हैं।
यह इंट्राडे ट्रेडिंग से आसान और पोसिशनल ट्रेडिंग से थोड़ी मुश्किल होती हैं। यह हर महीने की इनकम के लिए काफी अच्छा तरीका हैं।
Positional Trading
इसमें किसी शेयर को खरीदकर कुछ महीनो से लेकर एक साल के अंदर बेच दिया जाता हैं, इसे पोसिशनल ट्रेडिंग कहते हैं। इसमें लम्बे मूवमेंट का फायदा उठाकर प्रॉफिट कमाया जाता हैं।
Investing
इन्वेस्टिंग कोई ट्रेडिंग का प्रकार नहीं हैं यह लम्बे समय तक किये जाने वाले निवेश का तरीका हैं इसमें किसी शेयर को खरीदकर १ साल से लेकर १० -१५ साल या इससे भी ज्यादा लम्बे समयतक रखा जाता हैं। इसे इन्वेस्टिंग कहते हैं।
Momentum Trading
जब किसी शेयर में ब्रेकआउट होता हैं तो उस ब्रेकआउट पर ट्रेडिंग करने को मोमेंटम ट्रेडिंग कहते हैं।
ब्रेकआउट कई प्रकार के होते हैं जैसे की,
- Price Breakout
- Chart Pattern Breakout
- Volume Breakout
- Candlestick Pattern Breakout
BTST और STBT Trading
BTST का फुल फॉर्म हैं Buy Today Sell Tomorrow और STBT का फुल फॉर्म हैं Sell Today Buy Tomorrow.
इसमें शेयर को आज के दिन की आखरी कैंडल में ख़रीदा या बेचा जाता हैं और अगले दिन बाजार आज के कैंडल के क्लोज प्राइस से ज्यादा या कम ओपन होता हैं। इसका फायदा उठाने को BTST या STBT ट्रेडिंग कहते हैं।
Algo Trading
अल्गो ट्रेडिंग यह एक ख़ास तरह की ट्रेडिंग होती हैं जिसमे कंप्यूटर प्रोग्राम आप के आदेश पर ट्रेड करता हैं।
कोनसे स्तर पर खरीदना हैं और कोनसे स्तर पर बेचना हैं यह सब निर्णय अल्गो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर अपने आप ही ले लेता हैं। बस शुरवात में उसे एक बार अनुदेश देना होता हैं।
Arbitrage Trading
बहोत सारे शेयर्स ऐसे होते हैं जो एक से ज्यादा स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होते हैं। और कई बार उनके कीमत में अंतर आ जाता हैं।
उसका फायदा उठाकर ट्रेडिंग करना आर्बिट्राज ट्रेडिंग कहलाता हैं।
Scalping Trading
यह ट्रेडिंग करने का सबसे छोटे समय का तरीका हैं। स्केल्पिंग ट्रेडिंग में शेयर्स को लेने के बाद कुछ सेकंड्स से लेकर कुछ मिनिटों में बेच दिया जाता हैं।
इसमें बाजार में जो छोटे-छोटे मूवमेंट आते हैं उनका फायदा उठाया जाता हैं और बाजार के बंद होने तक बोहोत सारे ट्रेड किये जाते हैं।
News & Event Trading
शेयर बाजार में न्यूज़ या इवेंट की वजह से शेयर के कीमत में जो उतार या चढाव आता हैं उसका फायदा उठाकर ट्रेडिंग करने को न्यूज़ और इवेंट ट्रेडिंग कहा जाता है।
जैसे की भारत का वार्षिक बाजेड आता हैं या फिर किसी कंपनी का क्वार्टरली रिजल्ट आता हैं तब ट्रेडर्स द्वारा इस प्रकार से ट्रेडिंग की जाती हैं।
निष्कर्ष
तो यह थे शेयर बाजार में ट्रेडिंग के प्रकार।
यह जानने के लिए की कोनसा ट्रेडिंग स्टाइल आप के लिए अच्छा है आप सभी ट्रेडिंग स्टाइल का उपयोग करके देखिये और उसके बाद यह विष्लेशण करिये की कोनसे ट्रेडिंग के प्रकार में आप अच्छे हैं।
उसके बाद जिस ट्रेडिंग के प्रकार पर आप को पूरा विश्वास हो की आप उसे सही तरीके से कर सकते है, उस ही ट्रेडिंग स्टाइल को चुनिए।
अगर आप को शेयर बाजार में ट्रेडिंग के कितने प्रकार हैं ? यह हिंदी लेक पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर SHARE करे।
FAQ
ट्रेडिंग के कितने प्रकार हैं।
इस लेख में ट्रेडिंग के कुल १० प्रकार बताये हैं जो की आप पढ़ सकते हैं।
किस प्रकार का ट्रेडिंग सबसे अच्छा है?
ट्रेडिंग करने का कोनसा भी तरीका बहुत अच्छा या बहुत बुरा नहीं होता हैं। बल्कि आप की से उम्मीदे, बाजार की जानकारी और जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार ट्रेडिंग स्टाइल आप के लिए सही या गलत हो सकता हैं।
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग किसे कहते हैं?
जो ट्रेडिंग १ महीने के अंदर की जाती हैं उसे हम शार्ट टर्म ट्रेडिंग कहते हैं।
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