अगर आप शेयर बाजार में नए है या पुराने, फिर भी आप शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करते समय चार्ट पर time frame कोनसा चुने ? इसमें गड़बड़ा जाते हैं, तो यह लेख पढ़ने के बाद आप नहीं गड़बड़ायेंगे।
आज हम जानेंगे की trading करते समय share market में Scalping Trading , Intraday Trading , Swing Trading , Positional Trading और Long term Investing के लिए chart पर कोनसा time frame चुनते हैं हिंदी में।
अपना Trading Style जाने।
- Trading करते समय आप को यह पता होना चाहिए की आप का trading style क्या हैं ?
- अगर आप को यह पता चल जाता हैं, तो आप चार्ट पर बड़ी आसानी से टाइम फ्रेम चुन सकते हैं।
- अगर आप दिन में ट्रेडिंग कम समय के लिए करते हैं, तो आप का चार्ट पर टाइम फ्रेम भी कम होगा।
- अगर आप दिन में ट्रेडिंग ज्यादा समय के लिए करते हैं, तो आप का चार्ट पर टाइम फ्रेम भी ज्यादा होगा।
Trading के लिए कब time frame चुने ?
सबसे महत्व पूर्ण बात यह हैं की हमें ट्रेड लेने से पहले टाइम फ्रेम चुनना हैं।
जिस टाइम फ्रेम को आपने चार्ट पर select किया हैं उसही के आधार पर आप को शेयर में buy, sell, stop loss, trailing stop loss इत्यादि लगाना हैं।
Trading के लिए कोनसा time frame चुने ?
शेयर बाजार सुबह 9:15 AM से दोपहर 3:30 PM तक चलता हैं।
शेयर बाजार लगभग 6 घंटे तक चलता हैं।
इस समय में अगर आप ट्रेडिंग करते हैं, तो अलग-अलग ट्रेडिंग के लिए अलग अलग टाइम फ्रेम इस्तेमाल होते हैं।
- Scalp Trading :- 1 MIn Chart से 2 Min Chart
- Intraday Trading :- 5 Min Chart 15 Min Chart
- Swing Trading :- 1 दिन से 1 हफ्ते – 1 Hour से 2 Hour Chart
- Swing Trading :- 1 हफ्ते से 1 महीने – 3 Hour से 4 Hour chart
- Positional Trading :- 1 Day Chart
- Long term Investing :- 1 Week से 1 Month chart
निचे विस्तार में पढ़िए :-
Scalping
Scalp Trading यह बोहोत ही काम अवधि की ट्रेडिंग होती हैं जहा कुछ सेकंड या मिन्टोंमे १ से ज्यादा ट्रेड किये जाते हैं।
इस ट्रेडिंग के लिए चार्ट पर बहुत छोटे time frame चुनने की जरुरत होती हैं।
अगर आप चार्ट पर 1 Min से 2 Min के टाइम फ्रेम का इस्तेमाल करके Scalp Trading करते हैं, तो आप को बाजार से अच्छे नतीजे मिल सकते हैं।
Intraday Trading
Intraday Trading एक दिन में की जाने वाली ट्रेडिंग है।
तो आप अच्छी मूवमेंट को समझ ने के लिए चार्ट पर 5 Min से 15 Min का टाइम फ्रेम देख सकते हैं।
अगर आप ने Intraday Trading ज्यादा टाइम फ्रेम का इस्तेमाल किया तो आप चार्ट पर अच्छी तरह से मूवमेंट नहीं पकड़ पाएंगे।
Swing Trading
Swing Trading 1 दिन से 1 महीने तक की जाने वाली ट्रेडिंग होती हैं।
अगर आप किसी शेयर को 1 दिन से 1 हफ्ते तक ट्रेड करना चाहते हो तो आप 1 से 2 घंटे के टाइम फ्रेम का इस्तेमाल कर सकते हैं
अगर आप किसी शेयर को 1 हफ्ते से 1 महीने तक ट्रेड करना कहते हो तो आप 3 से 4 घंटे के टाइम फ्रेम का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Positional Trading
Positional Trading सबसे लंबे समय तक की जाने वाली ट्रेडिंग हैं जो की एक महीने से 12 महीने तक की जाती हैं।
इस ट्रेडिंग के लिए आप चार्ट पर 1 दिन का टाइम फ्रेम देखे सकते हैं।
Long term Investing
अगर आप 12 महीनो से ज्यादा इन्वेस्ट करना कहते हैं तो उसे हम Long term Investing कहते हैं।
Long term Investing के लिए आप weekly या monthly चार्ट देख सकते हैं।
तो यह थे Scalping, Intraday, Swing, Positional Trading और Long term Investing के time frame.
Chart Time Frame Book in Hindi.
अगर आप शेयर बाजार में चार्ट टाइम फ्रेम को कैसे चुना जाए इसके बारेमे अधिक जानकारी जानना चाहते हो, तो आप इस किताब को पढ़ सकते हो।
निष्कर्ष
सही टाइम फ्रेम चुनने के साथ-साथ सही trading setup चुनना भी महत्वपूर्ण हैं।
नहीं तो सही टाइम फ्रेम चुनने का कोई फायदा नहीं हो पायेगा।
आशा हैं की आप को यह लेख पढ़ कर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय चार्ट पर कोनसा time frame चुनते हैं, यह समझ गए होंगे।
अगर आप को यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर share करे।
FAQ
Scalping और Intraday Trading के लिए कोनसा time frame चुने ?
Scalp Trading :- 1 MIn Chart से 2 Min Chart
Intraday Trading :- 5 Min Chart से 15 Min Chart
Swing और Positional Trading के लिए कोनसा time frame चुने ?
Swing Trading :- 1 दिन से 1 हफ्ते – 1 Hour से 2 Hour Chart
Swing Trading :- 1 हफ्ते से 1 महीने – 3 Hour से 4 Hour chart
Positional Trading :- 1 Day Chart
Long term Investing के लिए कोनसा time frame चुने ?
Long term Investing :- 1 Week से 1 Month chart
अन्य पढ़े :-
१. शेयर मार्किट में Supply and Demand क्या हैं ? In Hindi
२. Line Chart ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी – Chart Patterns के साथ हिंदी में।
३. शेयर बाजार में Volume को कैसे समझे ? हिंदी में।
४. पैनी स्टॉक क्या है – ऑपरेटर का नियंत्रण।