फ्लैग और पेनन्ट चार्ट पैटर्न दोनों अलग-अलग चार्ट पैटर्न हैं, लेकिन यह दोनों एक जैसे ही दिखाई देते हैं।
इस लिए आज हम इन दोनों को एक साथ समझेंगे।
- Flag का अर्थ होता हैं, झंडा।
- Pennant का अर्थ होता हैं, झंडी।
यह दोनों पैटर्न ट्रेंड कॉन्टीनुअशन पैटर्न हैं, याने के जो ट्रेंड चल रहा हैं वह चलता ही रहेगा।
यह दोनों चार्ट पैटर्न कम और मध्यम अवधि के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं।
इन दोनों पैटर्न के २ प्रकार होते हैं।
- बुलिश फ्लैग और पेनन्ट।
- बेयरिश फ्लैग और पेनन्ट।
यह चार्ट पैटर्न कैसे बनते हैं ?
Bullish Flag Pattern
![Bullish Flag Pattern in hindi](https://i0.wp.com/tradeequity.in/wp-content/uploads/2023/01/Bullish-Flag-Pattern-in-hindi.webp?resize=1120%2C630&ssl=1)
बाजार में हम देखते हैं की एक बड़ी तेजी से बाजार ऊपर जाता हैं, यह मूव फ्लैग पैटर्न बनने में मदत करता हैं।
यह तेजी के मूव को हम फ्लैग पोल कहते हैं, याने झंडे का डंडा।
जब बाजार में इतना शार्प मूव आये, तब चार्ट में वॉल्यूम बढ़ता हुआ दिखाई देता हैं।
- इसके बाद प्राइस एक रेस्सिटेंस बनाता हैं और एक सिमित सिमा में चला जाता हैं।
- इस सिमा का झुकाव निचे की और होता हैं।
- इस सिमा के भीतर छोटे-छोटे सपोर्ट और रेसिस्टेन्स बनते हैं।
- रेजिस्टेंस को छूते हुए हमें ट्रेंड लाइन ऊपर की और खींचना हैं।
- इसी प्रकार सपोर्ट को छूते हुए हमें ट्रैंड लाइन निचे की और खींचना हैं।
अब यहाँ पर ध्यान रखने वाली बात यह हैं की फ्लैग पैटर्न में यह दोनों ट्रेंड लाइन, एक-दूसरे के समांतर होनी चाहिए।
यह एक छोटेसे चैनल की तरह दिखाई देता हैं।
इसके बाद प्राइस रेजिस्टेंस लाइन को तोड़कर उसके ऊपर चला जाये, तब यह पैटर्न पूरा होता हैं।
और एक बार फिर तेजी का ट्रेंड चलने लगता हैं।
Bullish Pennant Pattern
![Bullish Pennant Pattern in hindi](https://i0.wp.com/tradeequity.in/wp-content/uploads/2023/01/Bullish-Pennant-Pattern-in-hindi.webp?resize=1120%2C630&ssl=1)
पेनन्ट और फ्लैग पैटर्न में थोड़ा सा फरक होता हैं।
कंसॉलिडेशन के समय दोनों ट्रेंड लाइन समान्तर न होकर एक दूसरे को एक पॉइंट पर आकर मिलती हैं।
इसके बाद जब प्राइस रेजिस्टेंस लाइन को तोड़कर उसके ऊपर निकल जाये तब यह पैटर्न पूरा हो जाता हैं और तेजी का ट्रेंड एक बार फिर चलने लगता हैं।
इस प्रकार पैटर्न की रचना होती हैं।
Bearish Flag Pattern
![bearish Flag Pattern in Hindi](https://i0.wp.com/tradeequity.in/wp-content/uploads/2023/01/bearish-Flag-Pattern-in-Hindi.webp?resize=1120%2C630&ssl=1)
बाजार में हम देखते हैं की एक बड़ी तेजी से बाजार निचे आता हैं, यह मूव फ्लैग पैटर्न बनने में मदत करता हैं।यह मंदी के मूव को हम फ्लैग पोल कहते हैं, याने झंडे का डंडा।
जब बाजार में इतना शार्प मूव आये तब चार्ट में वॉल्यूम बढ़ता हुआ दिखाई देता हैं।
- इसके बाद प्राइस एक रेस्सिटेंस बनता हैं और एक सिमित सिमा में चला जाता हैं।
- इस सिमा का झुकाव ऊपर की और होता हैं।
- इस सिमा के भीतर छोटे-छोटे सपोर्ट और रेसिस्टेन्स बनते हैं।
- रेजिस्टेंस को छूते हुए हमें ट्रेंड लाइन ऊपर की और खींचना हैं।
- इसी प्रकार सपोर्ट को छूते हुए हमें ट्रैंड लाइन निचे की और खींचना हैं।
अब यहाँ पर ध्यान रखने वाली बात यह हैं की फ्लैग पैटर्न में यह दोनों ट्रेंड लाइन, एक-दूसरे के समांतर होनी चाहिए।
यह एक छोटेसे चैनल की तरह दिखाई देता हैं।
इसके बाद प्राइस सपोर्ट लाइन को तोड़कर उसके निचे चला जाये, तब यह पैटर्न पूरा होता हैं।
और एक बार फिर मंदी का ट्रेंड चलने लगता हैं।
Bearish Pennant Pattern
![bearish Pennant Pattern in hindi](https://i0.wp.com/tradeequity.in/wp-content/uploads/2023/01/bearish-Pennant-Pattern-in-hindi.webp?resize=1120%2C630&ssl=1)
पेनन्ट और फ्लैग पैटर्न में थोड़ा सा फरक होता हैं।
कंसॉलिडेशन के समय दोनों ट्रेंड लाइन समान्तर न होकर एक दूसरे को एक पॉइंट पर आकर मिलती हैं।
इसके बाद जब प्राइस सपोर्ट लाइन को तोड़कर उसके निचे निकल जाये तब यह पैटर्न पूरा हो जाता हैं और मंदी का ट्रेंड एक बार फिर चलने लगता हैं।
प्रकार इस पैटर्न की रचना होती हैं।
Flag and Pennant ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी।
Buying
अगर आप को चार्ट पर बुलिश फ्लैग पैटर्न बनता हुआ दिखाई दे, तो आप को सबसे पहले सपोर्ट और रेजिस्टेंस को छूते हुए ट्रैंड लाइन खींचनी हैं।
इसमें खरेदी करने के लिए यह देखना हैं की जब कोई कैंडल बुलिश फ्लैग पैटर्न के रेजिस्टेंस के ऊपर क्लोजिंग दे-दे तो उसके बाद वाली कैंडल में हमें खरीदारी करनी हैं।
ख़रीदारी करने के तुरंत बाद जिस जिस कैंडल ने रेजिस्टेंस लाइन के ऊपर क्लोजिंग दी हैं, उसके लौ के निचे का स्टॉप लोस्स लगाना हैं।
प्रॉफिट बुक करने के लिए हमें यह देखना है की जब कोई ट्रेंड रेवेर्सल दिखने के बाद तुरंत प्रॉफिट बुक करे।
![Bullish flag pattern trading strategy in hindi](https://i0.wp.com/tradeequity.in/wp-content/uploads/2023/01/Bullish-flag-pattern-trading-strategy-in-hindi.webp?resize=980%2C501&ssl=1)
Selling
अगर आप को चार्ट पर बेयरिश फ्लैग पैटर्न बनता हुआ दिखाई दे, तो आप को सबसे पहले सपोर्ट और रेजिस्टेंस को छूते हुए ट्रैंड लाइन खींचनी हैं।
इसमें सेल्लिंग करने के लिए यह देखना हैं की जब कोई कैंडल बेयरिश फ्लैग पैटर्न के सपोर्ट के निचे क्लोजिंग दे-दे, तो उसके बाद वाली कैंडल में हमें सेल्लिंग करनी हैं।
सेल्लिंग करने के तुरंत बाद जिस कैंडल ने सपोर्ट लाइन के निचे क्लोजिंग दी हैं, उसके हाई के ऊपर का स्टॉप लोस्स लगाना हैं।
प्रॉफिट बुक करने के लिए हमें यह देखना है की जब कोई ट्रेंड रेवेर्सल दिखे उसके बाद तुरंत प्रॉफिट बुक करे।
![Flag pattern selling strategy in hindi](https://i0.wp.com/tradeequity.in/wp-content/uploads/2023/01/Flag-pattern-selling-stretagy-in-hindi-1.webp?resize=971%2C613&ssl=1)
Flag and Pennant Pattern Book In Hindi.
अगर आप इस चार्ट पैटर्न के बारेमे अधिक जानना चाहते हैं, तो आप इस किताब को हिंदी में पढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष
तो यह टी फ्लैग और पेनन्ट पैटर्न के बारेमें जानकारी।
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FAQ
ट्रेडिंग में फ्लैग पैटर्न क्या है?
यह पैटर्न ट्रेंड कॉन्टीनुअशन पैटर्न हैं, याने के जो ट्रेंड चल रहा हैं वह चलता ही रहेगा।
फ्लैग पैटर्न कैसे काम करता है?
प्राइस रेजिस्टेंस लाइन को तोड़कर उसके ऊपर चला जाये, तब यह पैटर्न पूरा होता हैं हुए एक बार फिर तेजी का ट्रेंड चलने लगता हैं।
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