ADX Indicator – बाजार की हर परिस्थिति में काम करने वाला Indicator।

दोस्तों के साथ share करें।

J.Welles Wilder Jr. ने १९७८ में इस इंडिकेटर को विकसित किया था। यह एक अमेरिकन मकैनिकल इंजीनियर थे जिन्हे कई टेक्निकल इंडीकेटर्स का जनक माना जाता हैं।

इन्होंने कई इंडीकेटर्स का निर्माण किया हैं जैसे की RSI, ATR, ADX और Parabolic SAR.

इस इंडिकेटर की सबसे खास बात यह हैं की इस में आप स्टॉप लॉस काफी छोटा इस्तेमाल करते हैं, अगर आप का स्टॉप लॉस हिट भी होजाये फिर भी आप का लोस्स बहुत कम होगा।

ADX Indicator क्या हैं ?

ADX मतलब Average Directional Movement Index, ADX यह एक ट्रेंड स्ट्रेंथ इंडिकेटर हैं। ADX मुख्य रूप से बाजार की स्ट्रेंथ को दर्शाता हैं।

मतलब यह हमें बताता हैं की, बाजार में ट्रेंड कितना मजबूत हैं, या ट्रेंड कितना कमजोर हैं।

ADX को DMI भी कहते हैं, DMI मतलब होता हैं, Directional Movement Indicator. ADX टेक्निकल इंडिकेटर का ही एक रूप हैं।

What is ADX indicator and how it works? in Hindi.

क्या एडीएक्स एक प्रमुख संकेतक है?

कई इंडीकेटर्स ऐसे होते हैं जिन्हे बाजार की दोनों परिस्तिति यानि की ट्रेंडिंग बाजार और रेंज बाउंड बाजार में एक साथ उपयोग नहीं किया जा सकता हैं।

याने की जो इंडिकेटर रेंज बाउंड बाजार में काम कर सकता हैं वह ट्रेंडिंग बाजार में काम नहीं कर सकता और जो इंडिकेटर ट्रेंडिंग बाजार में काम करता हैं वह रेंज बाउंड बाजार में काम नहीं कर सकता।

लेकिन ADX एक ऐसा अनोखा इंडिकेटर हैं जो दोनों ही बाजार की परिस्तितियों में बिलकुल सटीक रूप से काम करता हैं।

ADX आप को बड़ी आसानी से बता सकता हैं की बाजार कब रेंज बाऊंड हैं और कब ट्रेंडिंग।

और इसी खासियत के कारण इस इंडिकेटर की लोकप्रियता काफी अच्छी हैं।

एडीएक्स में 3 लाइनें कौन सी हैं?

ADX आप को चार्ट में कुछ इस प्रकार से दिखाई दता हैं।

ADX Indicator Hindi

ADX आप को चार्ट में ०-१०० के बिच घूमता हुआ दिखाई देता हैं।

ADX में ३ प्रमुख लाइने होती हैं।

१. ADX लाइन यह काली या नीली होती हैं।

२. +DI लाइन इसे Positive Directional Index कहते हैं। इसे हरे रंग से दर्शाया जाता हैं।

३. -DI लाइन इसे Negative Directional Index कहते हैं। इसे लाल रंग से दर्शाया जाता हैं।

+DI लाइन और -DI लाइन के crossover से हमें बाजार में Buying और Selling के संकेत मिलते हैं।

एडीएक्स इंडिकेटर के लिए सबसे अच्छी सेटिंग्स क्या हैं?

ADX Indicator Default Setting in Hindi

ADX में आने वाली डिफ़ॉल्ट सेटिंग १४ हैं, जो की सबसे अच्छी मानी जाती हैं।

ट्रेडर चाहे तो इस सेटिंग में फेर बदल कर सकते हैं अपने अनुभव के हिसाब से।

ADX इंडिकेटर कैसे काम करता हैं ?

ADX इंडिकेटर 0-१०० के बिच घूमने वाला इंडिकेटर हैं।

यह ० के निचे नहीं जा सकता और १०० के ऊपर नहीं जा सकता हैं।

इस इंडिकेटर में ३ मुख्या स्तर होते हैं २३, ५० और ७५। इन तीनो का बहुत महत्व होता हैं ADX का उपयोग करने में।

०-२३ का जो zone होता हैं वह कमजोर ट्रेंड की और इशारा करता हैं।

ADX Indicators Range Hindi

०-२३

जब adx लाइन ०-२३ के बिच होती हैं तब ट्रेंड रेंज बाउंड या sideways होता हैं।

इस समय बार में खरेदी और बिकवाली नहीं करनी चाहिए। क्योकि इस रेंज में आप का स्टॉप लोस्स बार-बार हिट होगा।

२३-५०

२३-५० के बिच का जो zone होता हैं वह स्ट्रांग ट्रेंड की और इशारा करता हैं। मतलम की जब एक ADX लाइन २३-५० के बिच होती हैं तब तेजी या मंदी का ट्रेंड मजबूत होता हैं।

इस समय बाजार में खरेदी या बिकवाली करके अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता हैं।

५०-७५

५०-७५ का जो zone वह बहुत ज्यादा मजबूत ट्रेंड मन जाता हैं। याने के जब adx लाइन ५०-७५ के बिच होती हैं तब तेजी या मंदी का ट्रेंड बहुत मजबूत होता हैं।

७५-१००

७५-१०० के बिच का जो जोन होता हैं वह extremely strong zone माना जाता हैं। याने के जब adx लाइन ७५-१०० के बिच होती हैं तब तेजी या मंदी का ट्रेंड बहुत ही तेज होता हैं।

जब adx लाइन ७५-१०० के बिच जो ट्रेंड दिखती हैं हमें भी उसे ट्रेंड को फॉलो करना चाहिए। इसके विपरीत हमें ट्रेड लेनेकी कोशिश नहीं करनी चाहिए।

ADX में हमें खरेदी या बिकवाली करने के लिए +DI लाइन और -DI लाइन के crossover पर हमें ध्यान रखना पड़ता हैं।

ADX इंडिकेटर Crossover

  • ADX इंडिकेटर में २ प्रकार के Crossover होते हैं।
  • पहला हैं Positive Crossover याने के Bullish Crossover.
  • दूसरा हैं Negative Crossover याने के Bearish Crossover.
  • यह Positive और Negative Crossover + DI Line और – DI Line के बिच होते हैं।
  • Crossover का ADX line से कोई लेना देना नहीं हैं। ADX Line केवल trend की strength को दर्शाती हैं।

Positive Crossover

ADX Indicator Bullish Crossover in Hindi

जब +DI Line – DI Line को निचे से ऊपर की और crossover करती हैं तब हमें बाजार में खरेदी करने का संकेत मिलता हैं।

इसे पॉजिटिव क्रॉसओवर कहते हैं। और जब तक + DI लाइन – Di लाइन के ऊपर के दिशा में होती हैं तब तक बाजार Bullish ट्रेंड में।

Negative Crossover

ADX Indicator Bearish Crossover in Hindi

जब +DI Line – DI Line को ऊपर से निचे की और crossover करती हैं तब हमें बाजार में बिकवाली करने का संकेत मिलता हैं।

इसे Negative क्रॉसओवर कहते हैं। और जब तक + DI लाइन – Di लाइन के निचे के दिशा में होती हैं तब तक बाजार Bearish ट्रेंड में।

ADX, +DI Line और – DI Line का क्रॉसओवर।

  • जब ADX Line २३ के स्तर से ऊपर जाती हैं तब ट्रेंड में मजबूती का संकेत मिल जाता हैं।
  • अब सवाल यह उठता हैं की कोनसा ट्रेंड ? तो इसका जवाब हैं ,
  • अगर +DI Line और – DI Line पॉजिटिव क्रॉसओवर देते हैं तो, बुलिश ट्रेंड मजबूत होता हैं।
  • और अगर +DI Line और – DI Line नेगेटिव क्रॉसओवर देते हैं तो, बेयरिश ट्रेंड मजबूत होता हैं।
  • एक महत्वपूर्ण बात ध्यान में रखिये की ADX Line जब तक २३ के स्तर को पार नहीं कर लेती तब तक इस इंडिकेटर के आधार पर कोई भी ट्रेड नहीं करना चाहिए।
  • और जब ADX Line २३ के स्टार के ऊपर जाने के बाद निचे की और आने लगाती हैं तब मौजूदा ट्रेंड के कमजोर होने का संकेत मिलता हैं।

ADX Indicator trading strategy in Hindi.

अगर आप को ट्रेडिंग में adx indicator का उपयोग करके अच्छा पैसा (Money) बनाना हैं तो निचे दिए गए स्ट्रेटेजी को ध्यान से पढ़िए।

ADX Indicator के साथ Buying कैसे करे ?

ADX Indicator Buying Strategy In Hindi

चार्ट में जब हम देखते हैं की जब + DI Line और -DI Line में Positive Crossover हो।

उसके बाद ADX Line २३ जोन के और दोनों लाइनों के ऊपर चली जाये या पहले से ही ADX लाइन इन दोनों लाइनों से ऊपर हो।

तब हमें खरेदी करने का संकेत मिलता हैं।

अब हमें इसमें खरेदी करने के लिए यह देखना हैं की जिस कैंडल में + DI Line और -DI Line ने Positive Crossover दिया हैं उसके बाद वाली कैंडल में हमें बाइंग करनी हैं।

इस प्रकर से कन्फर्मेंशन का आधार रखने से हम Whipsaw के संभावना से बच सकते हैं।

इसके बाद स्टॉप लोस्स लगाने के लिए यह देखना हैं जी कैंडल में क्रॉस ओवर हो रहा हैं उसकी पिछली कैंडल के Low के निचे हमें स्टॉप लोस्स लगाना हैं।

स्टॉप लोस्स और खरेदी करने के बिच का जो डिफ्रेंस हैं वह Risk Reward Ratio के २ % नियम पर होना चाहिए।

ADX Indicator के साथ Selling कैसे करे ?

ADX Indicator Selling Strategy In Hindi

चार्ट में जब हम देखते हैं की जब + DI Line और -DI Line में Negative Crossover हो।

उसके बाद ADX Line २३ जोन के और दोनों लाइनों के ऊपर चली जाये या पहले से ही ADX लाइन इन दोनों लाइनों से ऊपर हो।

तब हमें बिकवाली करने का संकेत मिलता हैं।

अब हमें इसमें बिकवाली करने के लिए यह देखना हैं की जिस कैंडल में + DI Line और -DI Line ने Negative Crossover दिया हैं उसके बाद वाली कैंडल में हमें बाइंग करनी हैं।

इस प्रकार से कन्फर्मेंशन का आधार रखने से हम Whipsaw के संभावना से बच सकते हैं।

इसके बाद स्टॉप लोस्स लगाने के लिए यह देखना हैं जी कैंडल में क्रॉस ओवर हो रहा हैं उसकी पिछली कैंडल के High के ऊपर हमें स्टॉप लोस्स लगाना हैं।

स्टॉप लोस्स और खरेदी करने के बिच का जो डिफ्रेंस हैं वह Risk Reward Ratio के २ % नियम पर होना चाहिए।

ADX Indicator book in Hindi.

अगर आप ADX इंडिकेटर के बारेमे अधिक जानना चाहते हो, तो आप इस किताब को पढ़ सकते हैं।

निष्कर्ष

इस इंडिकेटर की सबसे खास बात यह हैं की आप इसे trending और sideways दोनों ही बाजार की परिस्तितियों में बिलकुल सटीक रूप से काम करता हैं।

अगर आप को ADX Indicator का यह हिंदी लेख पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरू SHARE करे।

FAQ

एडीएक्स इंडिकेटर कितना अच्छा है?

ADX एक ऐसा अनोखा इंडिकेटर हैं जो trending और sideways दोनों ही बाजार की परिस्तितियों में बिलकुल सटीक रूप से काम करता हैं।

एडीएक्स इंडिकेटर में 3 लाइनें कौन सी हैं?

ADX में ३ प्रमुख लाइने होती हैं।
१. ADX लाइन यह काली या नीली होती हैं।
२. +DI लाइन इसे Positive Directional Index कहते हैं। इसे हरे रंग से दर्शाया जाता हैं।
३. -DI लाइन इसे Negative Directional Index कहते हैं। इसे लाल रंग से दर्शाया जाता हैं।

एडीएक्स इंडिकेटर के लिए सबसे अच्छी सेटिंग्स क्या हैं?

ADX में आने वाली डिफ़ॉल्ट सेटिंग १४ हैं, जो की सबसे अच्छी मानी जाती हैं।

एडीएक्स में डी लंबाई क्या है?

+DI लाइन इसे Positive Directional Index कहते हैं। इसे हरे रंग से दर्शाया जाता हैं।
-DI लाइन इसे Negative Directional Index कहते हैं। इसे लाल रंग से दर्शाया जाता हैं।

अन्य पढ़े :-

सुपर ट्रेंड इंडिकेटर 📈 ट्रेडिंग में सबसे आसान इंडिकेटर।

मूविंग एवरेज क्या है ? – एक साधारण इंडिकेटर लेकिन असरदार

VWAP इंडिकेटर से जाने शेयर बजार में डे ट्रेडिंग कैसे करते है ?

Doji कैंडल से पता करे मार्किट ट्रेंड में बदलाव।


दोस्तों के साथ share करें।