Commodity Market – इसमें कर सकते हैं, वस्तुओ और खनिजों की ट्रेडिंग।

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आज हम जानेंगे कमोडिटी मार्केट के विषय में, मतलब कि भारतीय वस्तु बाजार या भारतीय वायदा बाजार क्या होता है ?

कुछ लोग इन कमोडिटी मार्केट को डब्बा बाजार भी कहते हैं। यह हिंदी लेख उन लोगों के लिए है जो कमोडिटी मार्केट में काम करने की इच्छा रखते हैं। 

कमोडिटी मार्केट क्या होता हैं ?

हिंदी मी commodity का मतलब होता हैं, वस्तू और कमोडिटी मार्केट का मतलब होता हैं वस्तुओं का बाजार। जैसे की, शेयर बाजार में शेयर की खरीदी और बिकवाली होती हैं, उसी प्रकार कमोडिटी बाजार में भी खरीदी और बिकवाली होती हैं।

लेकिन कमोडिटी बाजार में शेयर की खरीदी या बिकवाली नहीं होती हैं। कमोडिटी मार्केट में प्राथमिक अर्थव्यवस्था की वस्तुएं खरीदी और बेची जाती हैं जो कि मनुष्य द्वारा जा सकती हैं। 

 जैसे कि, 

गेहूं, सोयाबीन, मक्का, कृषि उत्पाद आते हैं और खनिज से प्राप्त वस्तुएं जैसे, सोना, चांदी, कच्चा तेल, गैस, इत्यादी का व्यापार होता है। 

क्या कमोडिटी अकाउंट जरूरी है?

जैसे की शेयर मार्किट में शेयर की खरेदी और बिक्री करने के लिए आप को ट्रेडिंग अकाउंट की जरुरत होती हैं। उस प्रकार से ही कमोडिटी में ट्रेडिंग करने के लिए आप को डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट की जरुरत होती हैं।

आप अपने मौजूदा ब्रोकर के पास डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं अगर आप का डीमैट खता नहीं हैं तो निचे दिए गए ब्रोकर में आप अकाउंट खोल सकते हैं।

भारत में कितने कमोडिटी एक्सचेंज हैं?

भारत में मुख्य रूप से कमोडिटी मार्केट के दो बड़े एक्सचेंज हैं। 

१.  MCX है मतलब कि Multi Commodity Exchange of India Limited. 

२. NCDEX मतलब की National Commodity & Derivatives Exchange Limited

भारत में कमोडिटी की सॉफ्टवेयर बेस ट्रेडिंग की शुरुआत एमसीएक्स में 10 नवंबर 2003 और एनसीडीएक्स में 15 दिसंबर 2003 में हुई थी। 

MCX यह भारत का सबसे पहला और बड़ा कमोडिटी एक्सचेंज हैं।

What is commodity trading in hindi

कमोडिटी मार्केट में किन चीजों की ट्रेडिंग होती है ?

एमसीएक्स में खनन से उत्पन्न वस्तुओं का व्यापार होता है इसमें मुख्य रूप से शामिल है सोना, चांदी, कच्चा तेल और नेचुरल गैस। 

एनसीडीएक्स में कृषि उत्पादों का व्यापार होता है जैसे कि, सोयाबीन, चना, मक्का, गेहूं, शक्कर, सोयाबीन तेल, सरसों, जीरा इत्यादि। 

भारत में कमोडिटी ट्रेडिंग का टाइमिंग क्या है?

मार्केट ट्रेडिंग टाइम है सोमवार से शुक्रवार सुबह 9:00 बजे से रात 11:30 से 11:55 तक का है टोटल साडे 14 घंटे से 15 घंटे। 

एनसीडीएक्स का जो मार्केट ट्रेडिंग टाइम है सोमवार से शुक्रवार सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे का है टोटल 8 घंटे। 

कमोडिटी डेरिवेटिव मार्केट से आप क्या समझते हैं?

MCX और NCDEX मार्केट में एक समानता है कि, यह दोनों फ्यूचर्स मार्केट हैं जिसमें ज्यादातर ट्रेडिंग कुछ प्रतिशत के मार्जिन पर की जाती हैं। 

जैसे की,

  • आप को सोना खरीदना है जो सोने का कॉन्ट्रैक्ट है छोटे वाला वह 10 ग्राम का है। 
  • उदाहरण के तौर पर मान लेते हैं कि सोना 30,000 पर ट्रेड कर रहा है और आज का मार्जिन 15% हैं। 
  • तो आपको अपने अकाउंट में ट्रेड लेने से ट्रेड क्लोज करने तक कम से कम 4,500 सो रुपए रखने होंगे। 

कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग कैसे होती है?

अब हम दोनों की कमोडिटी मार्केट में ट्रेडिंग किस प्रकार से होती हैं पहले हम इसे एक उदाहरण से समझते हैं। 

जैसे कि आप सोनार की दुकान पर जाते हैं, वहां से सोना खरीदने के लिए। और जब सोने का दाम बढ़ जाता है तब आप उसे वापिस बेच देते हैं. कुछ मुनाफे के साथ। बिल्कुल यही कमोडिटी मार्केट में भी होता है।

Commodity Market trading in hindi

आपको कम दाम में कोई भी कमोडिटी खरीदना है जैसे कि, सोना और जब सोने का दाम बढ़ जाए तो उसे बेचना है कुछ मुनाफे के साथ यह काम हम दुकान से लिए सोने के साथ कर सकते हैं और कमोडिटी मार्केट से लिए सोने के साथ भी कर सकते हैं। 

मतलब कि पहले खरीदना और फिर भेजना लेकिन, कमोडिटी मार्केट में इसके अलावा एक काम और हैं जो हम कर सकते हैं। 

पहले भेजना फिर खरीदना मतलब कि हमें पहले ज्यादा दाम में सोना बेचना है और फिर जब दाम कम हो जाए तो हमें खरीदी करना है। इसे हम कहते हैं सेलिंग करके मुनाफा कमाना। 

मुनाफा कमाना असल में दोनों ही परिस्थितियों में कम दाम में खरीदी करना है और ज्यादा दाम में बेचना है। 

इसे आसानी से समझने के लिए हम एक उदाहरण से इसे समझते हैं। 

पहले खरीदना फिर भेजना 

पहले हम देखते हैं पहले खरीदी करना फिर बेचना जैसे कि,

  • आपने कमोडिटी बाजार में ₹3000 के भाव पर Crude Oil खरीदा और कुछ समय के बाद Crude Oil का भाव ₹35 पहुंच गया। 
  • अब आपने ₹35 पर Oil को बेच दिया इस कीमत में आपको 500 प्वाइंट का फायदा हुआ। 
  • इसे कमोडिटी फ्यूचर मार्किट में कहते हैं, “पहले खरीदना फिर बेचना।“

पहले बेचना फिर खरीदना। 

अब हम देखते हैं पहले बेचना फिर खरीदना। 

  • अब आपको टेक्निकल एनालिसिस की मदद से पता चला कि Crude Oil का दाम फिर से घटेगा, तो आपने Crude Oil को ₹35 के भाव पर बेच दिया। 
  • और जब कुछ समय बाद Crude Oil का भाव 3000 पर पहुंच गया और आपने ₹3000 पर Crude Oil को खरीद लिया, इस ट्रेड में भी आपको 500 प्वाइंट का फायदा हुआ। 
  • इस प्रकार के ट्रेड को कहते हैं पहले भेजना फिर खरीदना। 

इन दोनों में ध्यान रखने वाली बात यह है कि, हमें कम दाम में खरीदी करना है और ज्यादा दाम में बिकवाली करना है। 

यही कमोडिटी बाजार की खासियत है कि, आप पहले खरीदी भी कर सकते हैं और पहले भेज भी सकते हैं। बस आपको यह पता चलना चाहिए कि बाजार की दिशा किस तरफ है। 

Commodity trading rules in Hindi

कमोडिटी मार्केट शेयर मार्केट की तुलना में ज्यादा तेज और आक्रमक होता है। 

कमोडिटी मार्केट में किसी भी स्क्रिप्ट में दाम बहुत ज्यादा तेज गति से ऊपर नीचे होते हैं।

अगर सीधे कमोडिटी मार्केट शेयर बाजार की तुलना में ज्यादा रिस्की होता है लेकिन, अगर आप Risk Reward Ratio को ध्यान में रखकर काम करें तो बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। 

क्योंकि इसमें कम मार्जिन में ज्यादा ट्रेडिंग के अवसर मिलते हैं। 

Commodity Trading in Hindi

अक्सर ऐसा देखा गया है कम मार्जिन का फायदा उठाने के चक्कर में नए निवेशक बहुत ज्यादा नुकसान उठा लेते हैं। 

कमोडिटी मार्केट में Stop Loss Theory का उपयोग करना बहुत जरूरी होता है क्योंकि, यह आपको लंबे नुकसान से बचा सकती हैं। 

कुछ ट्रेडर्स को टेक्निकल एनालिसिस का ज्ञान नहीं है और कमोडिटी मार्केट में कुछ सालों से काम कर रहे हैं। 

उनका मानना है कि स्टॉप लोस्स तो होता ही है हिट होने के लिए लेकिन ऐसा नहीं है। 

स्टॉप लॉस लगाने का भी एक तरीका यह टेक्निकल होता है कि, उस को काम पर लगाया जाए यह आपको टेक्निकल एनालिसिस की मदद से पता चलता है 

कमोडिटी मार्केट के विषय में और अधिक जानकारी जानना चाहते हैं तो आप mcxindia.com और ncdex.com पर जाकर देख सकते हैं।

Commodity Trading Books in Hindi

अगर आप कमोडिटी मार्किट में ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग के बारेमे अधिक जानना चाहते हो, तो आप इस किताब को पढ़ सकते हो।

निष्कर्ष

तो यह थे इंडियन कमोडिटी मार्केट के विषय में ट्रेडर के लिए बेसिक जानकारी। 

अगर इससे से जुड़ा कोई भी सवाल हो या कमोडिटी मार्केट के विषय में कुछ और जानकारी चाहिए तो आप कमेंट बॉक्स में जाकर पूछ सकते हैं। 

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FAQ

सबसे बड़ा कमोडिटी एक्सचेंज कौन सा है?

भारतीय बाजार में MCX यह सबसे बड़ा कमोडिटी एक्सचेंज हैं। 

कमोडिटी मार्केट में क्या क्या आता है?

कमोडिटी मार्केट में प्राथमिक अर्थव्यवस्था की वस्तुएं खरीदी और बेची जाती हैं जो कि मनुष्य द्वारा जा सकती हैं। जैसे की खनिज से प्राप्त हुई वस्तुए और कृषि उत्पादसे मिली वस्तुए।

शेयर मार्केट और कमोडिटी मार्केट में क्या अंतर है?

शेयर बाजार में शेयर की खरीदी और बिकवाली होती हैं, उसी प्रकार कमोडिटी बाजार में भी खरीदी और बिकवाली होती हैं प्राथमिक अर्थव्यवस्था की वस्तुएं।
जैसे की, खनन से उत्पन्न वस्तुए और कृषि से उत्पन्न वस्तुए।

क्या भारत में कमोडिटी ऑप्शन ट्रेडिंग की अनुमति है?

SEBI के नियमो के अनुसार आप , कमोडिटी एक्सचेंजों पर इंडेक्स में ऑप्शन ट्रेडिंग कर सकते है।

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