शेयर बाजार में ऐसे अनेक चार्ट पैटर्न बनते हैं, जो की बाहरी जीवन की वस्तुओ जैसा उनका आकार होता हैं, उनमेसे एक हैं यह चार्ट पैटर्न।
यह चार्ट पैटर्न जब बनता हैं तब हमें समझना चाहिए की जो ट्रेंड अभी चल रहा हैं वह और चलेगा।
आइए इसे हम हिंदी में विस्तार से पढ़ते हैं।
Cup and Handle चार्ट पैटर्न क्या हैं ?
कप और हैंडल इसके नाम से ही पता चल रहा होगा की यह पैटर्न एक कप और हैंडल की रचना पर आधारित एक पैटर्न हैं।
इस पैटर्न के बनने से हमें यह पता चलता हैं की, शेयर मार्किट में जो ट्रेंड हैं वह कायम रहेगा।
जो ट्रेडर्स शार्ट टर्म या लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग करते हैं, उन के लिए यह पैटर्न बहुत अच्छी तरह से काम करता हैं।
कप और हैंडल के प्रकार।
इस चार्ट पैटर्न २ प्रकार होते हैं।
- Bullish Continuation
- Bearish Continuation
Bullish Continuation
यह प्रकार Up Trend मार्किट में बनता हैं।
इस प्रकार से हमें बाजार में अपट्रेंड कायम रहने का संकेत मिलता हैं। मतलम की जो बाजार ऊपर जा रहा हैं वह और ऊपर जाता रहेगा।
Bearish Continuation
यह प्रकार Down Trend मार्किट में बनता हैं।
इस प्रकार से बाजार में डाउन ट्रेंड कायम रहने का संकेत मिलता हैं। मतलम की जो बाजार निचे जा रहा हैं वह और निचे जाता रहेगा।
Cup और Handle चार्ट पैटर्न कैसे बनता हैं ?
Up Trend
जब बाजार में अपट्रेंड होता हैं, तब इसमें पहला resistance बनता हैं और बाजार निचे आने लगता हैं।
इसके बाद यह एक अर्ध गोल आकृति बनाते हुए ऊपर की दिशा में जाता हैं और दूसरा resistance बनाता हैं और यह अर्ध गोल पूरा हो जाता हैं।
![how Cup and handle chart pattern made in up trend in hindi](https://i0.wp.com/tradeequity.in/wp-content/uploads/2023/01/how-Cup-and-handle-chart-pattern-made-in-up-trend-in-hindi.webp?resize=1012%2C591&ssl=1)
इस अर्ध गोले को हम कप कहते हैं।
जब प्राइस दूसरा रेजिस्टेंस बनाता हैं तब यह पहले रेजिस्टेंस के बराबर या उसके थोड़ा ऊपर / निचे हो सकता हैं।
इसके बाद प्राइस निचे जाने लगता एक सिमा में। इस सिमा को हम हैंडल कहते हैं।
इसके बाद इस सिमा में ब्रेक आउट होता हैं तब बाजार ऊपर चलने लगता हैं और वॉल्यूम भी बढ़ने लगता हैं।
इस प्रकार से अपट्रेंड बाजार में कप और हैंडल चार्ट पैटर्न की रचना बनती हैं।
Down Trend में यह पैटर्न कैसे बनता है ?
जब बाजार में डाउन ट्रेंड होता हैं, तब इसमें पहला सपोर्ट बनता हैं और बाजार ऊपर जाने लगता हैं।
इसके बाद यह एक अर्ध गोल आकृति बनाते हुए निचे की दिशा में जाता हैं और दूसरा सपोर्ट बनाता हैं और यह अर्ध गोल पूरा हो जाता हैं।
![How cup and handle patter made in down trend in hindi](https://i0.wp.com/tradeequity.in/wp-content/uploads/2023/01/How-cup-and-handle-patter-made-in-down-trend-in-hindi.webp?resize=948%2C566&ssl=1)
इस अर्ध गोले को हम कप कहते हैं।
जब प्राइस दूसरा सपोर्ट बनाता हैं, तब यह पहले सपोर्ट के बराबर या उसके थोड़ा ऊपर / निचे हो सकता हैं।
इसके बाद प्राइस ऊपर जाने लगता एक सिमा में। इस सिमा को हम हैंडल कहते हैं।
इसके बाद इस सिमा में ब्रेक डाउन होता हैं, तब बाजार निचे जाने लगता हैं और वॉल्यूम भी बढ़ने लगता हैं।
इस प्रकार से डाउन ट्रेंड में कप और हैंडल चार्ट पैटर्न की रचना बनती हैं।
Cup and Handle चार्ट पैटर्न के साथ ट्रेडिंग कैसे करे ?
Buying
जब चार्ट पर आप को यह चार्ट पैटर्न बनता हुआ दिख रहा हैं, तब आप को सबसे पहले इस पैटर्न के दोनों रेजिस्टेंस को छूते हुए एक ट्रेंड लाइन खींचनी हैं।
![Buying with cup and handle candlestick pattern in hindi](https://i0.wp.com/tradeequity.in/wp-content/uploads/2023/01/Buying-with-cup-and-handle-candlestick-pattern-in-hindi.webp?resize=810%2C600&ssl=1)
Entry
अब इसमें एंट्री लेने के लिए यह देखना हैं की जब कोई कैंडल पैटर्न बनाने के बाद रेजिस्टेंस लाइन के ऊपर क्लोजिंग देती हैं।
तब उसके बाद वाली कैंडल में हमें बाइंग करनी हैं।
Stop Loss
बाइंग करने के बाद जिस कैंडल ने रेसिस्टेन्स लाइन के ऊपर क्लोजिंग दी हैं उसके लौ के निचे स्टॉप लोस्स लगाना हैं।
Target
इस पैटर्न में जो पहला रेजिस्टेंस हैं और जो बॉटम हैं उसके बिच जितना अंतर हैं उतना हमें टारगेट रखना हैं।
जहा पर कैंडल रेजिस्टेंस को तोड़ कर क्लोज होता है।
Selling
जब चार्ट पर आप को यह चार्ट पैटर्न बनता हुआ दिख रहा हैं, तब आप को सबसे पहले इस पैटर्न के दोनों सपोर्ट को छूते हुए एक ट्रेंड लाइन खींचनी हैं।
![selling with cup and handle chart pattern in hindi](https://i0.wp.com/tradeequity.in/wp-content/uploads/2023/01/selling-with-cup-and-handle-chart-pattern-in-hindi.webp?resize=842%2C526&ssl=1)
Entry
अब इसमें एंट्री लेने के लिए यह देखना हैं की जब कोई कैंडल पैटर्न बनाने के बाद सपोर्ट लाइन के निचे क्लोजिंग देती हैं।
तब उसके बाद वाली कैंडल में हमें सेल्लिंग करनी हैं।
Stop Loss
और सेल्लिंग करने के बाद जिस कैंडल ने सपोर्ट लाइन के निचे क्लोजिंग दी हैं उसके हाई के ऊपर स्टॉप लोस्स लगाना हैं।
Target
इस पैटर्न में जो पहला सपोर्ट हैं और जो टॉप हैं उसके बिच जितना अंतर हैं उतना हमें टारगेट रखना हैं।
Chart Pattern Trading Strategy Book
अगर आप को चार्ट पैटर्न के बारेमें और जानना चाहते हो तो इस किताब को पढ़ सकते हैं।
निष्कर्ष
तो यह थी कप और हैंडल चार्ट पैटर्न के ऊपर जानकारी।
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FAQ
क्या कप और हैंडल पैटर्न बुलिश है?
जब यह पैटर्न उप ट्रेंड में बनता हैं तब यह बुलिश पैटर्न होता हैं।
जब यह पैटर्न डाउन ट्रेंड में बनता हैं तब यह बेयरिश पैटर्न होता हैं।
क्या होता है अगर कप और हैंडल पैटर्न चार्ट पर बने ?
इस पैटर्न के चार्ट पर बनने से हमें यह पता चलता हैं की, बाजार में जो ट्रेंड चल रहा हैं वह कायम रहेगा।
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