Stochastic Indicator ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी ? हिंदी में।

दोस्तों के साथ share करें।

आज हम जानेंगे Stochastic Oscillator के कुछ Trading Strategy In Hindi .

Stochastic Indicator
ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी ? | Stochastic Oscillator Trading Strategy In Hindi .
Stochastic Indicator ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी ?

Stochastic Trading Time Frame.

Stochastic Trading Strategy का उपयोग करने से पहले हमें यह पता होना चाहिए की हमें कोनसा time frame इस्तेमाल करना हैं।

अगर आप Intraday Trading करते हैं तो आप को chart पर 5 Min या 10 Min के time frame का इस्तेमाल कर सकते हैं।

अगर आप Swing Trading करते हैं तो आप को chart पर 1H या 4H के time frame का इस्तेमाल कर सकते हैं।

अगर आप Positional Trading करते हैं तो आप को chart पर 1 Day या 1 Week के time frame का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Stochastic Oscillator range 20-80.

जब stochastic chart पर ८० और २० के बिच होता हैं तब हमें क्या करना हैं यह जानेंगे।

Stochastic Technical Indicator Oscillator range 20-80.  IN Hindi
Stochastic Indicator Oscillator range 20-80.
  • जब stochastic २० के पास या उसके निचे जाकर positive Crossover देखर बढ़ना शुरू होता हैं तब बाजार में Buying करने का संकेत मिलता हैं।
  • और जब stochastic ८० के पास या उसके ऊपर जाकर negative crossover देकर निचे की और बढ़ना सुरु होता है तब बाजार में selling करने का संकेत मिलता हैं।

Stochastic Oscillator range 50-100.

जब stochastic chart पर 50-100 के बिच होता हैं तब हमें क्या करना हैं यह जानेंगे।

Stochastic Oscillator range 50-100
Stochastic Oscillator range 50-100
  • जब stochastic chart पर 50-100 के बिच होता हैं तब शेयर मार्किट में लंबी तेजी (Long Bullish Trend) की संभावना होती हैं।
  • जब stochastic chart पर 50 के ऊपर positive crossover देता हैं तब बाजार में buying करने का संकेत मिलता हैं।
  • जब stochastic chart पर 80 के ऊपर निकल जाये लंबी तेजी का ट्रेंड और मजबूत हो जाता हैं, इस समय बाजार में बिकवाली नहीं करनी चाहिए।

Stochastic Oscillator range 0-50.

जब stochastic chart पर 0-50 के बिच होता हैं तब हमें क्या करना हैं यह जानेंगे।

Stochastic Oscillator range 0-50.
Stochastic Oscillator range 0-50.
  • जब stochastic chart पर 0-50 के बिच होता हैं तब शेयर मार्किट में लंबी मंदी (Long Bearish Trend) की संभावना होती हैं।
  • जब stochastic chart पर 50 के निचे negative crossover देता हैं तब बाजार में selling करने का संकेत मिलता हैं।
  • जब stochastic chart पर 20 के निचे निकल जाये तब लंबी मंदी का ट्रेंड और मजबूत हो जाता हैं, इस समय बाजार में खरीदारी नहीं करनी चाहिए।

Stochastic Oscillator range 80-100.

जब stochastic chart पर 80-100 के बिच होता हैं तब हमें क्या करना हैं यह जानेंगे।

Stochastic Oscillator range 80-100.
Stochastic Oscillator range 80-100.
  • जब stochastic chart पर 80-100 के बिच होता हैं तब शेयर मार्किट में जोरदार तेजी की दिशा में होता हैं (Strong Bullish Trend) .
  • जब stochastic chart पर 80 के ऊपर positive crossover देता हैं तब बाजार में buying करके अपनी position को hold करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
  • 80 के ऊपर शेयर बाजार overbought होता हैं , इस समय बाजार में बिकवाली नहीं करनी चाहिए।

Stochastic Oscillator range 0-20.

जब stochastic chart पर 0-20 के बिच होता हैं तब हमें क्या करना हैं यह जानेंगे।

Stochastic Oscillator range 0-20.
Stochastic Oscillator range 0-20.
  • जब stochastic chart पर 0-20 के बिच होता हैं तब शेयर मार्किट में जोरदार मंदी की दिशा में होता हैं (Strong Bearish Trend)
  • जब stochastic chart पर 20 के निचे negative crossover देता हैं तब बाजार में selling करके अपनी position को hold करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
  • 20 के निचे शेयर बाजारoversold होता हैं , इस समय बाजार में खरेदी नहीं करनी चाहिए।

Stochastic Indicator Double Top

यह हम प्राइस के Double Top या Double Bottom की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि Stochastic के Double Top और Double Bottom की बात कर रहे हैं।

Stochastic Indicator Double Top

Stochastic Indicator Double Top

  • जब Stochastic 80 के ऊपर जाकर Double Top बनता हैं तब बाजार में trend reversal की संभावना बढ़ जाती हैं।
  • तब शेयर मार्किट में जोरदार मंदी की संभावना बढ़ जाती हैं।

Stochastic Indicator Double Bottom

Stochastic Indicator Double Bottom
Stochastic Indicator Double Bottom
  • जब Stochastic 20 के निचे जाकर Double Bottom बनता हैं तब बाजार में trend reversal की संभावना बढ़ जाती हैं।
  • तब शेयर मार्किट में जोरदार तेजी की संभावना बढ़ जाती हैं।

निष्कर्ष

यह कुछ trading strategy हैं जो आप अपने ट्रेडिंग में Stochastic Indicator के मदत से उनका इस्तेमाल कर सकते हो।

FAQ

Q.1.Stochastic यह Indicator हैं या Oscillator.

Ans: Stochastic एक momentum oscillator हैं ,
Momentum oscillator याने की किसी stock के प्राइस में होने वाले movement को दर्शाता हैं।

Q.2.Stochastic की range कितनी होती हैं।

Ans: 0-100 के बिच होती हैं।
0 याने oversold 100 याने overbought.

Q.3.जब stochastic chart पर ८० और २० के बिच होता हैं तब हमें क्या करना हैं ?

Ans: 1.जब stochastic २० के पास या उसके निचे जाकर positive Crossover देखर बढ़ना शुरू होता हैं तब बाजार में Buying करने का संकेत मिलता हैं।
2.जब stochastic ८० के पास या उसके ऊपर जाकर negative crossover देकर निचे की और बढ़ना सुरु होता है तब बाजार में selling करने का संकेत मिलता हैं।

अन्य पढ़े :-

१. Stochastic Technical Indicator क्या हैं ? हिंदी में।

२. Line Chart ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी – Chart Patterns के साथ हिंदी में।

३. Renko Trading Strategy हिंदी में – मूविंग एवरेज और RSI के साथ।

४. Fibonacci Retracement ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी के २ प्रकार हिंदी में।


दोस्तों के साथ share करें।