शेयर बाजार निवेश के ८ सुनहरे नियम।

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अपनी पूंजी को बढ़ाने के लिए शेयर बाजार एक सही तरीका हैं।

पिछले १० से १५ सालों में कई विकल्पों ने पैसे कमा के दिए हैं, लेकिन शेयर बाजार ने उन विकल्पों से बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाया हैं।

जैसे की कमोडिटी,बॉन्ड, रियल एस्टेट, इत्यादि।


शेयर बाजार निवेश के ८ सुनहरे नियम हिंदी में।
शेयर बाजार निवेश के ८ सुनहरे नियम हिंदी में।

जब कोई व्यक्ति शेयर बजार में निवेश करता हैं तो वह एक कंपनी की हिस्सेदारी खरीदता हैं।

इसके विपरीत कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने शेयर मार्किट में पैसे गवाए हैं और अपनी गलती को छुपाने के लिए वह लोग शेयर बाजार की बुराई करते हैं।

  • शेयर बाजार जुआ है।
  • शेयर मार्किट बोहोत जोखिम भरा होता हैं।
  • मेरा तो नसीब ही ख़राब हैं।
  • यहाँ हर कोई पैसे गावता हैं।

यह उनके जवाब होते हैं।

लेकिन जब कोई शेयर बाजार में पैसे गावता हैं तो वह मार्किट की गलती नहीं बल्कि उनकी गलती होती हैं जो बिना किसी जानकारी के शेयर बाजार में निवेश करते हैं।

शेयर बाजार में निवेश करना खतरनाक नहीं होता, खतरनाक तब होता हैं जब आप आगे पढ़ने वाले ८ सुनहरे नियमों का पालन न करे।

आज आप जानेंगे की शेयर बाजार में निवेश करने से एक लगातार और बड़ी संपत्ति बिना किसी परेशानी के आप बना सकते हैं।

इस आर्टिकल में हम पढ़ेंगे की शेयर बाजार में निवेश कैसे करे और उसके तरीके क्या हैं हिंदी में।

नियम १ – मार्किट हमेशा ऊपर ही जानेवाला हैं।

लम्बे समय के लिए शेयर मार्किट हमेशा ऊपर ही जाने वाला हैं।

इतिहास में देखे तो शेयर बाजार हर ९ सालों में दुगना होता हैं। यह सत्य हैं।

निफ़्टी ५० के शुरवात से अभी तक का चार्ट।
निफ़्टी ५० के शुरवात से अभी तक का चार्ट।

लोंगो की चिंता होती हैं की अगर पैसे निवेश किये उसके बाद अगर महंगाई बढ़ी , युद्ध हुआ या कोई बीमारी आयी तो हमारा पैसा डूब जायेगा।

आप चार्ट में देख सकते हैं की क्या हुआ,

  • १९९९ में कारगिल युद्ध
  • २००१ में ट्विन टॉवर में आतंकवादी हमला
  • २००८ मुंबई में आतंकवादी हमला
  • २००८ में Lehman Brother
  • २०१९ में करोना महामारी
  • २०२२ में रूस उक्रैन युद्ध

यह सारी घटनाएं दुनिया के लिए बहुत बड़ी थी, इस वजह से दुनिया के सारे शेयर बाजारों में कुछ समय के लिए गिरावटें आयी,

लेकिन अंत में दुनिया का हर एक शेयर बाजार और भारत का निफ़्टी ५० ऊपर ही चला।

शेयर बाजार ऊपर जाने की वजय एक ही हैं वह हैं कमाई के लिए निवेश ।

भविष्य में भी ऐसी कुछ घटनाये होंगी जो की दुनिया के हर एक शेयर बाजार को निचे गिराएंगी, लेकिन अगर आप एक लम्बे समय के लिए निवेश करना चाहते हो तो आप को चिंता नहीं करनी चाहिए।

नियम २ – कम अवधि में मार्किट कहा जायेगा, किसी को नहीं पता।

आप ने देखा होगा गई कम अवधि के लिए शेयर बाजार के बारे में लोंगो की अलग अलग राये होती हैं।

कोई कहता हैं मार्किट ऊपर जायेगा कोई कहता हैं मार्किट निचे जायेगा।

कम अवधि में मार्किट कहा जायेगा, किसी को नहीं पता।
कम अवधि में मार्किट कहा जायेगा, किसी को नहीं पता।

कोई व्यक्ति निश्चित रूप से नहीं कह सकता की कम अवधि में शेयर बाजार कहा जायेगा, क्योंकि शेयर बाजार में कम समय में लोंगो की भावनाये और खबरें होती हैं, जिसकी बजह से शेयर बाजार में हलचल होती हैं नाकि किसी शेयर के फंडामेंटल।

कम समय में हम सिर्फ संभावनाओं के आधार पर मार्किट में क्या होगा इसका अनुमान लगा सकता हैं, जैसे की चार्ट पैटर्न देख के।

अगर आप एक लम्बे समय के लिए अच्छी कंपनियों में निवेश कर रहे है तो अगले ६ महीनो में क्या होने वाला हैं इसकी चिंता करने की जरुरत नहीं हैं।

लम्बे समय के लिए शेयर बाजार ऊपर ही जाने वाला हैं।

नियम ३ – किसी के भविष्य वाणी या खबर के आधार पर निवेश न करे।

किसी के कहने पर या फिर टीवी देखकर अपने पैंसो को किसी शेयर में निवेश न करे।

चाहे वह कोई youtuber हो ,एक्सपर्ट हो , इकोनॉमिस्ट हो किसी के कहने पर निवेश न करे।

कोई व्यक्ति शेयर बाजार में क्या होने वाला हैं यह नहीं बता सकता हैं।

किसी शेयर में निवेश करना आप के द्वारा किया जाना चाहिए आप की भविष्य की योजनाओ के हिसाब से।

नियम ४ – मार्किट में गिरावट एक निवेश का अवसर

शेयर मार्किट क्या हैं ?

शेयर मार्किट एक सुपर मार्किट हैं जहा पर हर दिन कंपनियों की खरीदी या बिक्री होती हैं अलग-अलग कीमतों पर।

अगर आप किसी मार्किट में सेल्ल चल रही हो तो आप खरीदारी का अवसर देख ते हैं।

लेकिन शेयर बाजार में उल्टा होता हैं।

जब शेयर बाजार में गिरावट हो और शेयर कम कीमत पर मिल रहे हो तो लोग भाग जाते हैं।

शेयर बाजार में गिरावट शेयर मार्किट का एक भाग हैं, आप को इससे डरना नहीं चाहिए बल्कि इसका फायदा लेना चाहिए।

जो व्यक्ति किसी कंपनी को समज सकता हैं उसकी intrinsic value को समझ सकता हैं वह कभी शेयर मार्किट में गिरावट से नहीं डरता हैं।

Bear market और  Bull market
Bear market और Bull market

आप ऊपर दिए गए चित्र में देख सकते हैं की,

शेयर मार्किट में गिरावट होती हैं तो Bear market ज्याद समय के लिए नहीं होती हैं। Bull market ज्यादा समय के लिए होती हैं।

अगर आप ने निवेश किया हैं और मार्किट में गिरावट आती हैं तो आप को चिंता करने की जरुरत नहीं हैं।

गिरावट कुछ समय के लिए ही होती हैं अंत में शेयर मार्किट ऊपर हे जाता हैं।

नियम ५ – हमेशा एक अच्छे बिज़नेस में निवेश करें।

निवेश के २ तरीके हैं की आप Nifty 50 के ETF में निवेश करके हर साल १२ से १८ प्रतिशत अपने निवेश पर पाए।

या फिर आप कोई अच्छीसी कंपनी को ढूंढ कर हर साल ३० या ४० प्रतिशत कमाए।

अगर हम निफ़्टी ५० को देखे तो उसमे भारत की ५० बड़ी कम्पनिया शामिल हैं।

उसमेसे कुछ कम्पनिया बोहोत अच्छी हैं और कुछ ठीक ठाक हैं और कुछ तो बहुत ही ख़राब कम्पनिया हैं।

हमेशा एक अच्छे बिज़नेस में निवेश करें।
हमेशा एक अच्छे बिज़नेस में निवेश करें।

अगर आप उन ५० कंपनियों में से कुछ अच्छी कम्पनिया चुन ले या फिर निफ़्टी ५० के आलावा कुछ दूसरी कम्पनिया चुन ले तो आप आराम से आप साल का ३० से ४० प्रतिशत return प्राप्त कर सकते हैं।

जब आप कोई शेयर को खरीदते हैं तो आप कोई lottery ticket नहीं खरीद रहे हैं, आप एक बिज़नेस का हिस्सा खरीद रहे हैं।

जो की भविष्य में आप को पैसे कमाकर देने वाला हैं।

तो ऐसी कोनसी खुबिया हैं जो की एक अच्छे कंपनियों में होती हैं ?

  • Revenue, Net Income और Cash Flow में बढ़त।
  • High ROE, ROIC.
  • Conservative Debt.
  • Sustainable Competitive Advantage.

इत्यादि।

नियम ६ – बिज़नेस को उसके intrinsic value पर ख़रीदे।

एक अच्छी इन्वेस्टमेंट तब होती हैं जब कोई बिज़नेस उसके शेयर प्राइस के कम दाम में मिल रहा हो उसके intrinsic value पर।

इन्वेस्टमेंट में सबसे महत्वपूर्ण चीज होती हैं की किसी बिज़नेस का मूल्य जाना जाये।

नियम ७ – अपने निवेश को diversify करे।

हर निवेशक जो एक आम गलती करता हैं वह गलती हैं की वह अपना सारा पैसा एक हे शेयर में निवेश करते हैं।

चाहे आप दुनिया के सबसे अच्छे शेयर में निवेश करे लेकिन ऐसी कुछ घटनाये हो सकती हैं, जो की आप का सारा पैसा डूबा देगी।

आप को अलग अलग अच्छी कंपनियों में निवेश करना हैं जहा आप को पैसे खोने की चिंता न हो।

नियम ८ – बेचें जब व्यापर या अर्थव्यवस्ता बदले या शेयर overprice हो।

लोग अच्छी कंपनियओं में निवेश तो करते हैं लेकिंग उन्हें कब बेचना हैं यह नहीं पता होता।

आप को पता हैं की कब हमें शेयर को buy करना हैं तो यह भी पता होना चाहिए की कब शेयर को sell करना हैं।

यहाँ पे ३ कारन हैं जब आप को अपने शेयर को बेचना होगा।

  • पहला जिस बिज़नेस में आप ने निवेश किया हैं अगर उस बिज़नेस मॉडल या फंडामेंटल हमेषा के लिए बदल रहे हो।
  • दूसरा अगर आप को पैसे की जरुरत हो या फिर कोई दूसरा शेयर खरीदने के लिए।
  • तीसरा कारन हैं की अगर कोई शेयर ज्यादा ओवर वैल्यू हो गया हो।

निष्कर्ष

शेयर बाजार एक काफी आसान तरीका हैं अपनी सम्पति बढ़ने के लिए।

वैसे तो शेयर बाजार में निवेश करने के बोहोत सरे नियम हैं।

लेकिन ऊपर दिए गए यह ८ नियमो का पालन आप करते हो तो आप को ज्यादा कुछ सोचने की जरुरत नहीं होगी।

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२. Index Fund – Mutual Fund का बेहतरीन विकल्प।

३. लॉन्ग टर्म निवेश करते समय इन ५ बातों का रखे ख़याल।

४. पोज़िशनल ट्रेडिंग क्या होती है ? पोज़िशनल ट्रेडिंग स्ट्रैटर्जी

FAQ

निवेश में सबसे महत्वपूर्ण चीज क्या हैं ?

इन्वेस्टमेंट में सबसे महत्वपूर्ण चीज होती हैं की किसी बिज़नेस का मूल्य जाना जाये।

ऐसी कोनसी खुबिया हैं जो की एक अच्छे कंपनियों में होती हैं ?

१.Revenue, Net Income और Cash Flow में बढ़त।
२.High ROE, ROIC.
३.Conservative Debt.
४.Sustainable Competitive Advantage

निवेश करते समय किन चीजों को समझना जरुरी हैं ?

कंपनी के बिज़नेस, फंडामेंटल और उसकी intrinsic value को समझ ना बहुत जरुरी हैं।

शेयर मार्किट क्या हैं ?

शेयर मार्किट एक सुपर मार्किट हैं जहा पर हर दिन कंपनियों की खरीदी या बिक्री होती हैं अलग-अलग कीमतों पर।


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